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यस बैंक ने उत्तर भारत के एमएसएमई के लिए इनोवेशन के साथ-साथ विकास को बढ़ावा देने के अपने प्रयासों को तेज किया

यस बैंक

लुधियाना, 02 दिसंबर, 2024 (न्यूज़ टीम)
: भारत में निजी क्षेत्र का छठा सबसे बड़ा बैंक और एमएसएमई बैंकिंग में अग्रणी यस बैंक उत्तर भारत के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र में विकास के साथ-साथ इनोवेशन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। क्षेत्र के एमएसएमई, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में, भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान कर रहे हैं। उनका यह योगदान राष्ट्रीय जीडीपी को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में 75 जिलों में 96 लाख एमएसएमई हैं, जबकि दिल्ली-एनसीआर विनिर्माण से लेकर सेवाओं तक के विविध व्यवसायों के लिए एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है। उल्लेखनीय रूप से, उत्तर भारत में एमएसएमई क्षेत्र के 2030 तक 9 प्रतिशत से अधिक सीएजीआर से बढ़ने का अनुमान है, जो इसकी अपार संभावनाओं को रेखांकित करता है।

बैंक ने एमएसएमई अग्रिमों में साल-दर-साल 25.8 प्रतिशत वृद्धि भी दर्ज की, जिसमें से एक महत्वपूर्ण हिस्सा (36 प्रतिशत) उत्तर भारत से आया, जो स्थानीय आर्थिक विकास को आगे बढ़ाने की इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बैंक ने अपनी लोन बुक में रिटेल और एसएमई एडवांस का 59 फीसदी हिस्सा बनाए रखा है, जिसमें स्थिरता और स्थायित्व सुनिश्चित करने के लिए एसएमई पोर्टफोलियो का 86 प्रतिशत हिस्सा कोलैटरल-बैक्ड है। इसके अतिरिक्त, सितंबर 2024 में कम लागत वाली जमाराशियों की हिस्सेदारी बढ़कर 32.0 फीसदी हो गई, जिसने बैंक की कुल जमाराशियों में योगदान दिया, जो साल-दर-साल 18.3 प्रतिशत बढ़कर ₹2.77 ट्रिलियन हो गई।

यस बैंक के कार्यकारी निदेशक डॉ. राजन पेंटल ने कहा, ‘‘उत्तर भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ाने और आर्थिक विकास को समर्थन देने के लिए हमारी प्रतिबद्धता आज भी पहले की तरह कायम है। हमारे एमएसएमई ऋण पोर्टफोलियो का 36 प्रतिशत हिस्सा इस क्षेत्र से आता है और जमाराशियों में 27.5 प्रतिशत की मजबूत वार्षिक वृद्धि के साथ, उत्तर भारत यस बैंक के रणनीतिक विस्तार का आधार बना हुआ है। हमने वित्त वर्ष 2025 में टियर-2 और टियर-3 शहरों में आठ नई शाखाएँ खोली हैं और अगले 3-5 वर्षों में देश भर में 350-400 नई शाखाएँ खोलने का लक्ष्य रखा है। हमने वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही के दौरान एमएसएमई ऋणों के पेटे 5,000 करोड़ रुपये वितरित किए, जिससे पहुँच और विकास को बढ़ावा मिला। हमारे स्टार्ट-अप एक्सेलेरेटर प्रोग्राम जैसी पहलों के माध्यम से, जिसने इस क्षेत्र में 1,200 से अधिक स्टार्ट-अप को सशक्त बनाया है, हमारा लक्ष्य उत्तर की उद्यमशील प्रणाली को और मजबूत करना और समावेशी बैंकिंग के हमारे दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना है।’’

वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही के दौरान, बैंक ने क्षेत्र में एमएसएमई ऋणों में ₹5,081 करोड़ का वितरण किया और अपने स्टार्ट-अप एक्सेलेरेटर कार्यक्रम के माध्यम से 1,220 स्टार्ट-अप का समर्थन किया, जिसका पोर्टफोलियो आकार ₹2,500 करोड़ था। उत्तर में जमा राशि में साल-दर-साल 27.5 प्रतिशत की वृद्धि भी देखी गई, जो महत्वपूर्ण क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधि और वित्तीय समावेशन को दर्शाती है।

एमएसएमई की अनूठी जरूरतों को पूरा करने के लिए, यस बैंक यस व्यापारी और यस पे नेक्स्ट जैसे अनुरूप सॉल्यूशंस भी प्रदान करता है, जो कारोबारों के लिए आसान नकदी प्रवाह और भुगतान प्रक्रियाओं की सुविधा प्रदान करते हैं। महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, बैंक ने हाल ही में फिक्की के साथ साझेदारी में यस पॉवर अप कार्यक्रम शुरू किया। इस पहल के तहत एसएमई ऋण, चालू खाता लाभ, क्रेडिट कार्ड भत्ते और बीमा उत्पादों सहित अनेक ऑफर मिलते हैं और इस तरह समावेशिता को बढ़ावा देते हुए व्यवसाय में महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास किया जाता है।

इसके अलावा, यस बैंक उत्तर भारत में क्षेत्रीय विविधता को स्वीकार करता है। उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश के चमड़ा और हस्तशिल्प क्षेत्र कस्टमाइज्ड ट्रेड फाइनेंस उत्पादों पर फलते-फूलते हैं। पंजाब और हरियाणा के कृषि-व्यवसायों को मौसमी मांग और वैश्विक बाजारों की जटिलताओं से निपटने के लिए विशेष जोखिम प्रबंधन सेवाओं की आवश्यकता होती है।

इनोवेशन, डिजिटल परिवर्तन और सस्टेनेबिलिटी पर फोकस करने से यस बैंक उत्तर भारत के एमएसएमई क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में एक प्रमुख भागीदार के रूप में प्रतिष्ठित है। जैसे-जैसे इस क्षेत्र में एमएसएमई ईको सिस्टम विकसित होता है, यस बैंक अपनी भूमिका का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध है, व्यवसायों को जिम्मेदारी से और स्थायी रूप से बढ़ने के लिए सशक्त बनाने के लिहाज से नए डिजिटल समाधान और फाइनेंस संबंधी ग्रीन प्रॉडक्ट्स पेश करता है।

क्षेत्र के अनूठे आर्थिक परिदृश्य की गहरी समझ के साथ, यस बैंक उत्तर भारत के एमएसएमई को राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर अधिक सफलता की ओर अग्रसर करने के लिए तैयार है। 15 से अधिक वर्षों से सरकारी संस्थाओं और सार्वजनिक उपक्रमों को वित्तीय और सलाहकार सेवाएं प्रदान करने के एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड के साथ, समूह देश की आर्थिक वृद्धि में योगदान देना जारी रखता है। जैसे-जैसे एमएसएमई से संबंधित ईको सिस्टम विकसित हो रहा है, यस बैंक उत्तर भारत के उद्यमों को राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरों पर सफलता की ओर अग्रसर करने के लिए तैयार है, तथा आर्थिक विकास और समावेशिता को बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत कर रहा है।
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