जालंधर, 20 सितम्बर, 2022 (न्यूज़ टीम): जालंधर (पंजाब) में ऑल इंडिया रबर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (एआईआरआईए) नॉर्दन रीज़न के सहयोग से रबर, केमिकल एंड पेट्रोकेमिकल स्किल डेवलपमेंट काउंसिल (आरसीपीएसडीसी) द्वारा हाल ही में आयोजित स्किल मीट में उद्योगों की गहरी रुचि देखने को मिली। इस अवसर पर एआईआरआईए के प्रेसिडेंट और भारतीय रबर बोर्ड के चेयरमैन डॉ. सावर धनानिया मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यबल के कौशल प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध सरकारी योजनाओं सहित विभिन्न योजनाओं के लाभों के प्रति उद्योग को जागरूक करने के लिए आरसीपीएसडीसी द्वारा एक मंच के रूप में स्किल मीट की शुरुआत की गई है। जालंधर में आयोजित स्किल मीट में क्षेत्र के 100 से अधिक उद्योगों ने भाग लिया।
सुरभि सूदन, क्लस्टर मैनेजर उत्तर भारत, आरसीपीएसडीसी ने सेक्टर स्किल काउंसिल के रूप में आरसीपीएसडीसी की भूमिका को लेकर विस्तृत जानकारी दी और साथ ही उपस्थित प्रतिनिधियों को रिकॉग्निशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल), राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम (एनएपीएस) और सीएसआर प्रोजेक्ट से संबंधित परियोजनाओं के बारे में बताया, जिनसे उद्योग को काफी हद तक फायदा हुआ है।
ललित सिंह, मैनेजर, आरसीपीएसडीसी ने रबर मैन्यूफैक्चरिंग उद्योगों के लिए इंडस्ट्री लिंक्ड स्किल बेस्ड प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी।
आरसीपीएसडीसी में उद्योग की गतिविधियों का नेतृत्व करने वाली दीपमाला मूरजानी ने कहा कि एनएपीएस के तहत देश में लगभग 600 रबर कारखानों में 7,000 से अधिक अप्रेंटिस को नामांकित किया गया है, जिससे उद्योग और अप्रेंटिस दोनों को बड़ा लाभ हुआ है।
एआईआरआईए नॉर्दन रीजन के चेयरमैन अनय गुप्ता ने कहा, "कार्यबल की उत्पादकता बढ़ाने के लिए रबर उद्योग में विभिन्न स्तर पर कौशल के प्रावधान की आवश्यकता है। आरसीपीएसडीसी (पहले आरएसडीसी) लोगों को उद्योग की जरूरत के अनुरूप विभिन्न भूमिकाओं में प्रशिक्षित और सर्टिफाइड करके अहम भूमिका निभा रहा है, जिससे उनके लिए रोजगार के अवसरों में वृद्धि हुई है और उद्योगों की क्षमता वृद्धि हुई है। आरसीपीएसडीसी द्वारा शुरू किया गया प्लेसमेंट पोर्टल पूरे रबर इकोसिस्टम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। यह ऐसा कदम है, जिसकी बहुत आवश्यकता थी।"
जालंधर देश में रबर आधारित उद्योगों का एक प्रमुख केंद्र है, जहां टायर, ट्यूब, रबर ऑटो कंपोनेंट, बेल्ट और हवाई चप्पल सहित विभिन्न रबर उत्पादों का निर्माण होता है। अधिकांश इकाइयां एमएसएमई श्रेणी के अंतर्गत आती हैं और उन्हें कुशल कार्यबल की आवश्यकता होती है।
सेक्टर स्किल काउंसिल के रूप में आरसीपीएसडीसी उद्योगों की आवश्यकता के अनुसार अल्पकालिक मॉड्यूलर पाठ्यक्रम और सर्टिफिकेशन प्रदान करता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम लाइव-प्रोजेक्ट और ऑन-जॉब प्रशिक्षण पद्धति पर फोकस करते हैं ताकि छात्रों को उद्योग की आवश्यकता के अनुसार आसानी से नियुक्त किया जा सके। कम पढ़े-लिखे और निम्न आय वर्ग के लोगों को इस तरह के पाठ्यक्रमों को चुनने और रबर उद्योग में उपयोगी करियर विकसित करने के लिए ट्रेनिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में क्षमता और सामर्थ्य का निर्माण बहुत महत्वपूर्ण है।