सोनी सब के शो सब सतरंगी में मोहित कुमार मन्नू के रूप में और कंगन बरुआ गार्गी के रूप में |
लुधियाना, 01 अप्रैल, 2022 ( दिनेश मौदगिल ): सोनी सब के ‘सब सतरंगी’ में एक मजेदार मोड़ आ गया है, डैडी खुशवा (सत्यजीत शर्मा) को आखिरकार विश्वास (पुलकित बंगिया) की असलियत का पता चल जाता है, जोकि मौर्य परिवार में रह रहा है। मन्नु (मोहित कुमार), गार्गी (कंगन बरुआ) को यह साबित करने की पूरी कोशिश कर रहा है कि विश्वास उसके लिये सही आदमी नहीं है। हालांकि, गार्गी सच को नहीं देख पा रही है। उसे तो लगता है कि विश्वास कभी-कभार गलत हो सकता है लेकिन वह उससे बेहद प्यार करती है। वहीं, गार्गी को छोड़ देने का वादा करने के बावजूद भी मन्नु के दिल में एहसास जागने लगते हैं। आगे आने वाली कहानी में निश्चित रूप से मन्नु में बदलाव नजर आयेगा और गार्गी को लेकर उसकी क्या प्रतिक्रिया होगी।
गलती से कनक और दिवाकर, मन्नु-गार्गी के कमरे का बेड तोड़ देते हैं और गिफ्ट के तौर पर उन्हें डबल बेड देते हैं। विश्वास को इस तोहफे से जरूर ठेस लगी है और वह गार्गी की वफादारी पर सवाल उठाता है। सही जवाब देने के क्रम में गार्गी उससे कहती है कि वह विश्वास से ज्यादा मन्नु पर यकीन करती है। मन्नु उनकी बातचीत सुन लेता है और इतनी मामूली सी बात पर विश्वास का उससे सवाल-जवाब करना उसे पसंद नहीं आता। अपने पिता से एक सीधी-सीधी बातचीत में, मन्नु, गार्गी के लिये अपने गहरे एहसास बयां कर देता है। श्याम बाबू उससे गार्गी से अपने दिल की बात कहने को कहते हैं। लेकिन मन्नु कहता है कि यह गार्गी पर निर्भर करता है और वह अपने एहसास उस पर नहीं थोपेगा।
क्या कभी गार्गी को मन्नु के दिल की बात पता चल पाएगी?
मन्नु की भूमिका निभा रहे, मोहित कुमार कहते हैं, “अपनी पत्नी के साथ मन्नु का काफी लंबा सफर रहा है, लेकिन वह किसी और से प्यार करती है। गार्गी को चाहने वाले मन्नु के लिये यह देखना बड़ा मुश्किल हो रहा है कि वह विश्वास के बहकावे में आ रही है। लेकिन अपने एहसास से ज्यादा, मन्नु के लिये सबसे जरूरी है गार्गी को विश्वास की सच्चाई और उसके शातिर रवैये को दिखाना। मुझे पूरा विश्वास है कि दर्शकों को बड़ा ही मजा आएगा, जब वो दिन आएंगे, तो देखते रहिए ‘सब सतरंगी’, केवल सोनी सब पर।
गार्गी की भूमिका निभा रहीं, कंगन बरुआ कहती हैं, “गार्गी ने धीरे-धीरे विश्वास को करीब से देखना शुरू कर दिया है। खासकर अब जबकि मन्नु ने उसे सच्चाई दिखाना शुरू किया है। साथ ही वह जो कर रहा है उसके पीछे के इरादों की तरफ उसका ध्यान दिलाने लगा है। मुझे ऐसा लगता है कि गार्गी धीरे-धीरे मन्नु पर विश्वास करने लगी है, क्योंकि उसे उसमें ईमानदारी नजर आती है। साथ ही कहीं ना कहीं विश्वास के लिये उसके एहसास छिछले हैं और इसलिये उसकी जड़ें गहरी नहीं हैं। लेकिन जो भी हो, जब वक्त आएगा गार्गी का दिल टूटने वाला है, क्योंकि विश्वास उसका पहला प्यार है।”