सोनी सब के शो धर्म योद्धा गरुड़ में गरुड़ का किरदार निभा रहे फैज़ल खान |
लुधियाना, 07 अप्रैल, 2022 ( दिनेश मौदगिल ): ‘धर्म योद्धा गरुड़’ के फैज़ल खान ने कहा, "सोनी सब का हिस्सा बनकर मैं बहुत खुश हूँ, क्योंकि मैं काफी लंबे समय से उनके साथ काम करना चाह रहा था। मैं हमेशा से इस सुपरनैचरल, माइथोलॉजिकल जोनर में कुछ करना चाहता था और इसकी शुरूआत करने के लिये सोनी सब से बेहतर क्या हो सकता है। सोनी सब कई सारे हल्के-फुलके, बेहतरीन, प्रगतिशील कंटेंट पेश करता है, इसलिये मैं यह बात जानता था कि यह मेरे लिये एक सही कदम है।"
‘धर्म योद्धा गरुड़’ बाकी माइथोलॉजिकल ड्रामा से काफी अलग है, क्योंकि इसमें गरुड़ की ‘अनकही कहानी’ दिखाई गई है : यह एक ऐसा किरदार है जो बेहद दिव्य और ताकतवर होने के बावजूद भी लोग उनके बारे में बहुत ज्यादा नहीं जानते। गरुड़ उड़ सकते हैं, वह अपराजेय को हरा सकता है और निश्चित रूप से उसके किरदार के साथ ही हम पौराणिक कथाओं, माँ-बेटे के रिश्ते, किसी के कर्तव्य को पूरा करने जैसे कई थीम में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न चीजों का स्वाद ले सकते हैं।
फैज़ल खान आगे बतातें हैं, "मैं गरुड़ से बहुत प्रेरणा लेता हूँ, वह वास्तव में आदर्श, दयालु पुत्र है जो अपनी माँ को अपने बुरे परिवार की चपेट से बचाने के लिये सारी हदें पार कर देता है। उनकी कहानी रोमांचित कर देगी और मुझे यकीन है कि यह आपको बांधे रखेगी क्योंकि वह बहुत सारे एडवेंचर पर जाते हैं और बिना किसी परेशानी के वापस लौट आते हैं क्योंकि वह शक्ति के साथ-साथ अपनी बुद्धि का भी उपयोग करते हैं। वह निश्वित रूप से एक रक्षक, बहुत संवेदनशील और अति-बुद्धिमान है। वे इतनी सच्चाई और सत्यनिष्ठा से भरे हुए हैं कि लालच का उन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता और यहां तक कि सबसे शक्तिशाली देवता और राक्षस भी उनकी उपस्थिति से डरते हैं।"
फैज़ल खान ने बताया, "गरुड़ का किरदार निभाना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। मुझे अपने पंखों से प्यार है, भले ही उनका वजन 14 किलो हो। हम चीजों को यथासंभव वास्तविक रखना चाहते थे इसलिये हम सीजी तकनीकों पर बहुत अधिक भरोसा करने से बचते रहे। यदि मेरे लिये उड़ान भरना इंसानी रूप से संभव होता, तो मैं निश्चित रूप से इसे आजमाता (हँसते हुए)। विंग्स, गेट अप, रियल-टाइम वर्चुअल प्रोडक्शन तकनीक का उपयोग, अल्टीमेट का उपयोग पहली बार किसी भारतीय टेलीविजन में किया जा रहा है। तो हाँ, मुझे अपने पंखों से प्यार है, मुझे गरुड़ की कहानी बहुत पसंद है और सबसे जरूरी बात कि बतौर किरदार गुरुड़ मुझे अच्छा लगता है।"
फैज़ल खान ने कहा, "मैंने लगभग 8 किलो वजन कम करने से शुरूआत की, क्योंकि मैंने गरुड़ की कल्पना एक खास रूप में की और मैं लगभग उनके जैसा ही दिखना चाहता था। मैं अभी तक अपने फिजिक के लक्ष्य तक नहीं पहुंचा हूँ, लेकिन अपने सफर में निरंतर काम कर रहा हूँ और मुझे उम्मीद है कि मैं जल्द ही अपने वजन और बॉडी के लक्ष्य तक पहुंच जाऊंगा। इसमें कोई शक नहीं कि यह मेरे लिये बेहद ही थका देने वाला सफर रहा है, क्योंकि मैं खाने का बहुत शौकीन हूँ और इसके बावजूद भी मुझे काफी सारा वजन कम करना पड़ा। अपने किरदार में ढलने के लिये मुझे काफी मेहनत और प्रयास करना पड़ा, मुझे दिन में दो बार जिम जाना पड़ रहा है। मैं क्लीन डाइट पर रहता हूँ और अब मैं गरुड़ जैसे दिखने के बेहद करीब पहुंच चुका हूँ, मैं बहुत ज्यादा खुश हूँ।"