पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविन्दर सिंह बाहरा (फोटो: ननु स्टूडियो) |
अमृतसर, 23 मार्च, 2022 (ननु स्टूडियो): रयात बाहरा ग्रुप आफ इंस्टीच्यूशनज़ की एक विलक्षण विशेषता विद्यार्थियों को उनके अकादमिक कोर्सों को पास करने से पहले ही रोजग़ार के लिए तैयार करने की वचनबद्धता है, जो उनको प्लेसमेंट के लिए अच्छी स्थिति में खडा करती है। इस को ध्यान में रखते हुए, ग्रुप की तरफ से बाहरा मल्टी सुपर सपैशलिटी हस्पताल की स्थापना की गई है, जो कि अलग -अलग पैरामेडिकल कोर्सों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अनुप्रयुक्त प्रशिक्षण प्रदान करता है। उनको सुंदरता और तंदरुस्ती, एक्स -रे, सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, पैथोलोजीकल डायगनौस्टिक टैस्ट, रेडीओलोजी और इमेजिंग प्रौद्यौगिकी, डायलसिस प्रौद्यौगिकी, मैडीकल लैबारटरी प्रौद्यौगिकी, आपरेशन थियेटर और अनस्सथीसिया प्रौद्यौगिकी की प्रशिक्षण दी जाती है। यह जानकारी आज यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के चांसलर गुरविन्दर सिंह बाहरा, जो कि बाहरा मल्टी सुपर सपैशलिटी हस्पताल के प्रमोटर भी हैं, ने बताई।
उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को इनक्यूबेशन सैंटर टैकनॉलॉजी का प्रशिक्षण भी दिया जाता है। बाहरा ने बताया कि बाहरा मल्टी सुपर सपैशलिटी हस्पताल में न्यूरो और सपाईन सजऱ्री, मैडीकल औनकोलोजी, ऐंडोकरीनोलोजी, प्लास्टिक सजऱ्री और बरनज़, बाल रोग और न्योनैटोलोजी जैसे सुपर सपैशलिटी विभागों में तजुर्बेकार डाक्टर उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मैडीकल एंड अलाईड साईंसज़ ने रेडीओलोजी और इमेजिंग टैकनॉलॉजी, डायलसिस टैकनॉलॉजी, मैडीकल लैबारटरी टैकनॉलॉजी, आपरेशन थियेटर और ऐनस्सथीसिया प्रौद्यौगिकी में पोस्ट ग्रैजुएट और अंडर ग्रैजुएट कोर्स शुरू किये हैं। इस के साथ आपटोमैटरी, कारडीओवैसकुलर टैकनॉलॉजी, एमरजैंसी रिसपांडर और आईसीयू टैकनीशियन के कोर्सों भी शुरू किए हैं।
उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मीडिया स्टड्डीज़ में पत्रकारिता और जन संचार में मास्टर, साउंड इंजनियरिंग में बीएससी, फि़ल्म मेकिंग में बीएससी और फोटोग्राफी में बीएससी जैसे कोर्सों करवाए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि युूनीवरसिटी स्कूल आफ एअरलाईनज़ टूरिज्म एंड होटल मैनेजमेंट ने टूरिज्म और केबिन मैनेजमेंट में बीएससी, एयरपोर्ट और कार्गो मैनेजमेंट में बीएससी और एअरलाईनज़ और एयरपोर्ट मैनेजमेंट में बीएससी जैसे नौकरियाँ वाले कोर्सों की पेशकश की है।
बाहरा ने कहा कि रयात बाहरा ग्रुप आफ इंस्टीच्यूशनज़ ने वोलवो आइशर, वोलकसवैगन, रॉयल ऐनफीलड आदि के प्रमुख आटो दिग्गजों के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं। इन समझौतों के साथ ज्ञान ट्रांसफर, प्रौद्यौगिकी शेअरिंग, प्रशिक्षण और कोर्स विकास सेवाओं, अकादमिक मार्गदर्शन, कॅरियर और प्लेसमेंट, हुन्नर और रोजग़ारयोगता विकास, फेकल्टी और प्रशिक्षण प्रोगराम आदि में सहायता मिली है।
चांसलर ने खुलासा किया कि हुन्नर विकास केंद्र अपने दाखि़ल हुए विद्यार्थियों को सर्टिफिकेट और मान्यता प्रदान करता है जिससे उनकी प्रशिक्षण को प्रमाणित किया जा सके। इसी नीति के अंतर्गत ग्रुप अपने विद्यार्थियों को वज़ीफ़े और रियायतें प्रदान करता है।
युूनीवरसिटी ने उद्योग के सहयोग के साथ देश में पेशेवर शिक्षा प्रदान करने के तरीको में एक नमूना तबदीली लाई है। उन्होंने आगे कहा कि ग्रुप की तरफ से रयात बाहरा हुन्नर विकास केंद्र (आरबीऐसडीसी) की स्थापना की गई है, जो कि उद्योग के सहयोग के साथ स्थापित किया गया है और देश में एक अपनी किस्म का केंद्र है।
यूनिवर्सिटी ने विद्यार्थियों की रोजग़ार सामर्थ्य को बढ़ाने के लिए चोटी की बहु -राष्ट्रीय कंपनियों के सहयोग के साथ बड़ी संख्या में न्यूु एज कोर्स शुरू किये हैं। यूनिवर्सिटी, देश के इस हिस्से में सबसे उत्तम, आकर्षक स्कालरशिप स्कीमों की पेशकश करती है, सब से अधिक प्लेसमेंट रिकार्ड रखती है और इसके विद्यार्थियों के लिए अति आधुनिक सहूलतें उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की चयन करने वाली कुछ महत्वपूर्ण कंपनियों में विप्रो, इन्फोसिस, टीसीऐस, यूपीआई, आईबीऐम, स्मार्ट डेटा, हिटाची, कुआरक, क्लाउड थिंग, ग्लोबल लॉजिक, टौमी हिलफायर, आईटीसी लिमटिड, टेक महेन्दरा, बोर्ड इनफिनिटी और ड्रिश इनफोटैक, ग्रेज़ीटी, बलूबैश और इंडिया मार्ट शामिल हैं।
बाहरा ने कहा कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के फेकल्टी सदस्यों की काबलीयत को सलाम है कि यूनिवर्सिटी के बहुत से के पास आउट विद्यार्थियों ने सिवल सर्विस इम्तिहानों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जब कि कुछ विद्यार्थी आईएएस और आईपीएस बन चुके हैं, इस के साथ कई ओर हैं जो पंजाब, हरियाणा और हिमाचल की राज्य सिवल सेवाओं में चुने गए हैं।
बाहरा ने कहा कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी मानक शिक्षा का समानार्थक है। यह एक ब्रांड नाम बनाने में कामयाब रहा है, जो बेमिसाल फेकल्टी ताकत और पूरी तरह के साथ बुनियादी ढांचो की सहूलतों के लिए खडा है।
यूनिवर्सिटी में शुुरू किये गए नये प्रोगरामों बारे बात करते बाहरा ने बताया कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी ने अपने कैंपस में उन नौजवानों के लिए डिफेंस प्रैपरेटरी अकैडमी (डीपीए) भी शुरू की है, जो भारतीय हथियारबंद बलों में शामिल होने के इछुक्क हैं।
रयात बाहरा ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट की कुछ प्राप्तियाँ को याद करते हुए, गुरविन्दर सिंह बाहरा,जो आरबीजीआई के चेयरमैन भी हैं, ने कहा कि रयात बाहरा यूनिवर्सिटी और बाहरा यूनिवर्सिटी ने आऊटलुक्क, एक हफ्तावारी न्यूज मैगज़ीन द्वारा करवाए गए एक सर्वेक्षण में देश की चोटी की रैंकिंग यूनिवर्सिटियों की सूची में जगह बनाई है।
बाहरा ने रयात बाहरा यूनिवर्सिटी के वाईस -चांसलर प्रो. डा. परविन्दर सिंह के नेतृत्व की प्रसंसा करते कहा कि वह प्रसिद्ध अकादमिक और प्रशासक हैं। वह इससे पहले पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ में परीक्षा कंट्रोलर के तौर पर सेवाएँ निभा चुके हैं।